बनाने वाले तुमने भी क्या

बनाने वाले तुमने भी क्या चीज बनायी है,
क्या सोचकर मेरी नसीब बनायी है।
दर्द सहते-सहते अब सहा नहीं जाता,
फुट हुआ मेरा क्या तकदीर बनायी है।

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