shayari nasha
❤वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही,❤
Pyar tune kya kiya!
❤वो ज़िंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही, वो मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही,❤
❤ना तू रूह ना तू धड़कन ना सांसों की डोरी है । फिर भी जिन्दा रहने के लिए तू क्यो…
कितनी मासूम होती है ये दिल की धड़कनें, कोई सुने या ना सुने ये खामोश नही रहती…
फुरसत कभी मिले तो पढ़ना हमें ज़रूर…..!! हम नाकाम ज़िन्दगी की मुकम्मल क़िताब हैं… !!
तेरी यादों को पहन लिया है कान मैं झुमकों की तरह जरा सा हवा का झोंका जो छू कर गुज़रे…
सुनो वादी, यूँ ज़िक्र ऐसा सा है तेरा⠀ कि ब्यान करने में मुझे ग़ुरूर हो⠀ क्यूँकि तुम मेरा नूर हो⠀…
Thand pe shayari ये सर्दी मेरी बाहों में आकर ही ख़त्म होगी ये तुम्हारा नया ‘स्वेटर’ मसले का हल नहीं!