स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी

यह संसार नियमों के अधीन हैं,
और परिवर्तन का नियम कठिन है,
शरीर तो मात्र एक साधन है,
इस दुःख की घडी में हम सब यतीम हैं”

मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर हैं,
यह जानते हुए भी अपनों के जाने का दुःख होता हैं|

यह खबर सुनने के लिए वास्तव में चौंकाने वाली है
मेरे आँसू रुक नहीं रहे हैं
आपकी माताजी की आत्मा को शांति मिले ।
हमारी प्रार्थनाएं आपके साथ हैं

हालांकि कुछ भी आपके दुःख को कम नहीं कर सकता,
लेकिन यह जान लें कि आपका दर्द अचानक कभी बस यूँ ही जी रहा हु ।ॐ शांति!

शायरी पांडा में आप सबका हार्दिक स्वगत है दोस्तों ,आज हमारे लिये बड़े ही दुःख की बात है हमारे देश की शान स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का निधन हो गया है , हम आप सभी मिलकर लता मगेश्कर जी को भावपूर्ण श्रधांजलि देते है ,दोस्तों लता जी सिर्फ हमारे भारत के लिए ही नहीं ,पुरे विश्व के लिए एक प्रेरणा है,आज हम लता जी को सब मिलकर भाव पूर्ण श्रधांजलि देते है ,आज जादा कुछ नहीं कहते हुए ,मिलते है अगले पोस्ट में ……….|