नाराज़गी को कुछ देर चुप रह कर
मिटा लिया करो,
ग़लतियों पर बात करने से
रिश्ते उलझ जाते हैं ।
छोटी छोटी बातें दिल में रखने से
बड़े-बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं ।
कैसे खिलेंगे रिश्तों के फूल,
अगर ढूंढते रहेंगे एक-दूसरे की भूल ।
कुछ कह गए, कुछ सह गए, कुछ कहते-कहते रह गए।
मैं सही तुम गलत के खेल में, न जाने कितने रिश्ते ढह गए ।
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते, टूट जाया करते हैं ।
जब दिल भर जाता है, तो लोग अक्सर रूठ जाया करते हैं ।
रिश्तों को शर्तों से और शर्तों को जज्बातों से बाँधना,
यही एक वो भूल है, जो रिश्तों को पनपने नहीं देती ।
जब शिकायत अपनों से हो तो खामोशी ही भली
अब हर बात पे जंग हो यह ज़रूरी तो नहीं ।
रिश्ते इसलिए भी नहीं सुलझ पाते क्योंकि
लोग दूसरों की बातों में आकर अपनों से उलझ जाते हैं ।
जब भी हो थोड़ी फुरसत हो मन की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।
जो जैसा है, उसे वैसा ही अपना लो
रिश्ते निभाने आसान हो जायेंगे ।
केवल जिद की गांठ खुल जाए
उलझे हुए सब रिश्ते सुलझ जाएँ ।
छोटी बातों पर रिश्ते तोड़ा न करो
कश्ती किसी की भँवर में छोड़ा न करो
बात अगर बिगड़ी है तो सँवर भी जाएगी
किसी अपने से बेबात मुँह मोड़ा न करो ।
प्यार इंसान से करो उसकी आदत से नहीं
रुठो उनकी बातों से मगर उनसे नहीं
भूलो उनकी गलतियों को पर उन्हें नहीं
क्योंकि रिश्तों से बढ़कर कुछ भी नहीं ।
~ चर्चित शायरीयाँ ~
नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आपका हार्दिक स्वगत है ,दोस्तों आप सभी को पता है रिश्ता कितना नाजुक और बेशकीमती होती है ,लेकिन कभी कभी एक छोटी सी बातो या छोटी ग्ल्त्फैमी में जिन्दगी भर का रिश्ता ,ख़राब हो जाती है ,दोस्तों हम हमारे रिश्तो को अच्छा और मजबूत तभी बना सकते है ,हम अपने रिस्तो के करिबो को अच्छा बना के रखो ,हम एक दुसरो को समझने का कोशिश करते है ,अच्छा से समझे तो कभी भी ,हमारे रिस्तो में खटास पैदा नहीं होगा दोस्तों ,इसलिए अपने रिश्तो को संभाल कर रखे प्यार बना कर रखे ..|