नए रिश्ते जो न बन पाएं तो मलाल मत करना
पुराने टूटने न पाएं बस इतना ख्याल रखना।
वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गल्तियों का ही नही होता।
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं।
मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तनहा ना कर दे ग़ालिब,
रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं
जब भी हो थोड़ी फुरसत मन की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।
मुलाकातें बहुत जरूरी हैं अगर रिश्ते निभाने हैं,
लगाकर भूल जाने से तो पौधे भी सूख जाते हैं।
छुपे-छुपे से रहते हैं सरेआम नही हुआ करते,
कुछ रिश्ते जो एहसास होते हैं बेनाम हुआ करते।
अगर रिश्तों में हो तल्खी तो चुप हो बैठना बेहतर,
गड़े मुर्दे उखाड़ोगे तो बदबू फैल जायेगी।
दरख्तों से ताल्लुक का हुनर सीख ले इंसान,
जड़ों में ज़ख्म लगते हैं तो टहनियाँ सूख जाती हैं।
फासले इस कदर हैं आजकल रिश्तों में,
जैसे कोई घर खरीदा हो किश्तों में।
कुछ ऐसे हो गए हैं इस दौर के रिश्ते,
जो आवाज तुम ना दो तो बोलते वो भी नहीं।
नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आप सभी का हार्दिक स्वागत है , दोस्तों रिश्ते ये रिश्ते ,रिश्ते बहुत से होते है माँ बाप का भाई बहन दोस्त यार का ,और परिवार का ,एक रिश्ता ही होता है जो गैर को अपना बना लेता है ,और एक रिश्ता ही होता है जो अपनों को गैर बना देता है ,वो कैसे ,तो आइसे जब तक रिश्तो में प्यार है ,आपसी सहयोग है भाईचारा है तब तक रिश्ता है ,उअर जिस दिन रिश्तो में छोटी सी खटास आ जाती है,वही दुनियां का सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है ,आज वो वक्क्त देखने को मिलता है हमें सही सलामत रहे तो बाप बीटा छोटा भाई बड़ा ,और कही इन रिश्तो में दरार आ गया तो तू कौन मै कौन ,ये आज घर घर की कहनी बन गयी है आप सभी को पता है दोस्तों …..,
लेकिन जब हम किसी मुशिबत में रहते है ,तो इन्ही सभी लोगो की याद और जरूरत महसूस होती है ,और जरूरत महसूस कब होती है इन रिश्तो की ,जब हम बहार के लोगो को अपना सब कुछ मानते है ,और जब हमें किसी की जरूरत होती है ,तो सबसे पहले यही लोग धोखा देते है ,और हमें रिश्तो की अहमियत समझ आती है ,अपना अपना होता है ,सारी दुनियां साथ दे यां दे ,लेकिन जिस से रिश्ता होता जो अपना होता है ,हमारे दुःख दर्द में सामिल होने आ जाते है ,इसलिए दोस्तों रिस्तो को संभाल के रखों ,और प्यार बना के रखो दोस्तों ….|