“जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं की,
उसने कभी नया करने की कोशिश नहीं की !!
“अहंभाव से मानव में वे सारे लक्षण आ जाते है,
जिससे वो चारो तरफ अप्रिय बनजाता है !!”
“किसी दिन जब आपके सामने कोइ समस्या ना आये,
आप सुनिच्शीत कर सकते है की आप गलत नहीं है ना गलत मार्ग पर चल रहे है !!”
“बुराई इसलिए नहीं पनपती की बुराई करने वाले लोग बढ़ गए है,
बल्कि इसलिए बढती है क्यूंकि गलत सहन करने वाले लोग बढ़ गए है !!”
“अपवित्र कल्पना भी उतनी ही बुरी होती है,
जितना बुरा अपवित्र कर्म होता है!!”
“गलतियों को हंमेशा माफ़ किया जा सकता है,
अगर आप में हिम्मत है अपनी गलतियां स्वीकारने की !
“मैं सही फैंसले लेने में यकीन नहीं रखता,
बल्कि मैं फैंसले लेकर उन्हें सहीसाबित करता हूँ !!”
“अगर आप गरीब पैदा हुए है तो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है,
पर अगर आप गरीब ही मर जाते है तो ये आपकी गलती जरुर है !!”
“अपशब्द आकाश की और फेंके गए उन पत्थर के समान है,
जो लौटकर उसी पर गिरता है जिसने उसे फेंका था !!
“एक छोटी सी चींटी आपके पैर को काट सकती है,
लेकिन आप उसके पैर को नहीं काट सकते है,
इसलिए जिन्दगी में किसी को छोटा ना समझे,
क्यूंकि वह जो कर सकता है शायद आप ना कर पाए !!”
“जब तक साँस है टकराव मिलते रहेंगे,
जब तक रिश्ते है घाव मिलते रहेंगे,
पीठ पीछे बोलते है उन्हें पीछे ही रहने दो,
रास्ता सही है तो गैरों से भी लगाव मिलते रहेंगे !!”
कुछ सवाल के जवाब बेशक ही नही थे,
क्योंकि शक के दायरे में कभी तुम नही थे.
“मैं गलत हूँ इसलिए आँखों पर अहंकार का पडदा पडा है इसलिए ,
नातो दूसरों के गुण दिखाई देते है और ना ही अपने अवगुण का पता चला !!”
“खाने में कोई ज़हर घोल दे तो एक बार उसका इलाज है,
लेकिन कान में कोई ज़हर घोल दे तो उसका कोई इलाज नहीं है !!”
उसे गजब का शौंक है हरियाली का,
रोज आकर जख्मों को हरा कर जाती है।
“व्यक्ति का सम्मान उन शब्दों से नहीं है जो उसकी उपस्थिति में कहे जाए,
अपितु उन शब्दों से है जो उसकी अनुपस्थिति में कहे जाए !!”
जब भी वो उदास हो उसे मेरी कहानी सुना देना
,मेरे हालात पर हंसना उसकी पुरानी आदत है।
हमने भी छोड़ दिया, उसका इंतज़ार करना हमेशा के लिए,
जिसे हमारी निग़ाह की कदर ही न हो, उसे मुड़ मुड़ के क्या देखना।
जिंदगी कब तलक दर दर फिरायेगी हमें,
टूटा फूटा ही सही घर बार होना चाहिये।
नमस्कार दोस्तों शयरिपांडा में आपका हार्दिक स्वागत है ,दोस्तों आज हम सही और गलत पर शायरी लेके आये है ,दोस्तों कहने को तो ये बहुत ही छोटी सी बात है सही और गलत ,लेकिन इसी सही और गलत पर दुनियां की हर बात टिकी है ,आज के ज़माने में अपने आप को सही बताने के लिये दुसरे इंसान को गलत बताना आम बात हो गया ,जैसे सही और गलत बात आम हो गयी है,किसी को सही और किसी को गलत बताना खेल सा हो गया है दोस्तों ,मझक हो गया है ,आज हम उसी के लिए शायरी लेके आये है पसंद आये तो बताना ,
दोस्तों कभी कभी हम से गलती हो जाती है ,और हमें अपने ही गलती का अहसास नहीं होता ,हम अपने गलती मानने से इंकार कर देते है इसका यही कारण है हम दुसरो के सामने अच्छा दिखाने की कोशिश करते है ,लेकिन ये बिकुल गलत है क्युकी ,हम जितना भी अपने आप को अच्छा दिखने की कोशिश करे लेकिन दुनियां वाले को पता चल ही जाता है की हम गलत है ,इसलिए दोस्तों अगर हमारी गलती है तो हमें मान लेना चाहिए की हं मैंने गलत किया है ,आज उसी पर आज की शायरी दोस्तों फिर मिलते है दोस्तों …|