Jaun Elia Shayari in Hindi
Jaun Elia एक प्रसिद्ध पाकिस्तानी कवि, दार्शनिक और विद्वान थे जो २० वीं सदी के सबसे बड़े उर्दू (Urdu) कवियों में …
Jaun Elia एक प्रसिद्ध पाकिस्तानी कवि, दार्शनिक और विद्वान थे जो २० वीं सदी के सबसे बड़े उर्दू (Urdu) कवियों में …
लकीरें अपने हाथों की बनाना हमको आता है,
वो कोई और होंगे अपनी किस्मत पे जो रोते हैं।
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए,
जब तक जिन्दा रहूं इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये..!!
कमियां भले ही हजारों हो तुममें लेकिन
खुद पर विश्वास रखो कि तुम सबसे
बेहतर करने का हुनर रखते हो.
मेरा जूनून मेरी दीवानगी मेरी इन्तहा हो तुम,
तुम्हे भला कैसे समझाए मेरे लिए क्या हो तुम|
समझा न कोई दिल की बात को,
दर्द दुनियां ने बिन सोचे ही दे दिया,
जो सह गए हर दर्द को हम चुपके से
तो हमको ही पत्थर दिल कह दिया।