mera desh mahan

मर रहा सीमा पर जवान और खेतों में किसान,
कैसे कह दूँ इस दुखी मन से कि मेरा भारत महान.

नमस्कार दोस्तों आज हम बड़े बड़े शहरो में रह कर कभी भी एक किसान एक जवान के बारे में कभी नहीं सोचते क्युकी हम सब की सोच बहुत छोटी है हम सिर्फ अपने बारे में ही सोच सकते है दुसरे के बारे में एक पल लिए हमारे पास नहीं हम भूल जाते है की जो अन हम खाते वो किसान कितनी मेहनत करके किन परिस्थिति में पैदा करते है ये हम भूल जाते है और कहते है अरे हम उनका दाम देते है पर भाई मेरे जिस दिन सभी किसान हम लोगो के तरह कम करने लगे न तो दुनिया भूखो मरेगी ये समय आ जायेगा.

और हमारे वीर जवान हमारे देश के उपर कितने शहीद हो रहे है पर हमें क्या पड़ी है मरता है तो मरने क्यों दोस्तों अरे हम तो सुकून से है दुनिया मरती है तो मरे मगर ये सोच आप अभी के अभी बदल दीजिये क्युकी जब तक हमारे वीर सीमा पर पहरे दे रहे रहे तब तक मेरी माँ एरा बीटा कह रहे है जब ये सीमा से हट जाये ना तो सब बर्बाद हो जायेगा कोई नहीं रहेगे मैंने सुना कई लोग रह रहे रहे थे ना समझ नासमझ लोग की ये नौकरी करते है पैसे लेते है की पर किसी को शौक नहीं है पैसे ले कर मर जाये उसके दिल में देश प्रति मर मिटने का जूनून जब तक है तब तक हम सब जिन्दा नहीं तो हम हम नहीं सब के सब के कूड़े के ढेर में होंगे दोस्तों …