हर कोई आप को नहीं समझेगा,
यही जिंदगी हैं………|
खुल सकती हैं गांठें
बस ज़रा से जतन से मगर,
लोग कैंचियां चला कर,
सारा फ़साना बदल देते हैं.
बड़ी अजीब सी हैं शहरों की रौशनी,
उजाला के बावजूद
चेहरे पहचानना मुश्किल हैं.
जो व्यक्ति हर पल दुःख का रोना रोता हैं,
उसके व्दार पर खड़ा सुख
बाहर से ही लौट जाता हैं.
फ़िकर, ख़याल, इज्ज़त देने वाले,
नसीब से मिलते हैं.
क़दर कीजिये.
आज का इंसान,
सच्ची बातें दिल पे नहीं लेता,
और झूठी दिमाग पे ले लेता हैं.
अच्छे होते हैं हम जैसे बुरे लोग,
कम से कम अच्छा होने का
दिखावा तो नहीं करते.
हुआ तो कुछ भी नहीं,
बस थोड़े से ख्वाब टूटे हैं,
और थोड़े से लोग बिछड़े हैं.
बहुत अंदर तक तबाही मचाते हैं,
वो अश्क जो आँखों से नहीं गिरते.
जिनके दिल अच्छे होते हैं,
उनकी किस्मत ख़राब होती हैं.
ख्वाहिशें कम हो तो
पत्थरों पर भी नींद आ जाती है,
वरना मखमल का बिस्तर भी चुभता है.
उड़ कर गिरना, गिरकर उड़ना
सीखा है मैंने, बस ठहरना नहीं.
असल में वही जीवन की चाल समझता है,
जो सफ़र में धूल को गुलाल समझता है.
मुझे गिरते हुए पत्तों ने ये समझाया है,
बोझ बन जाओगे तो अपने भी गिरा देते हैं.
इंसान ही इंसान का रास्ता काटता हैं,
बिल्लियां तो युही बदनाम है.
शेर खुद अपनी ताकत से राजा कहलाता हैं,
जंगल में चुनाव नहीं होते.
नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आपका हार्दिक स्वागत है,हमारी उम्मीद यही रहती की हम आपको अच्छी सी अच्छी पोस्ट पढने को दे सके दोस्तों कम चाहे छोटा हो या बड़ा काम काम होता है दोस्तों ,कभी कभी ऐसा होता है दोस्तों हमारी पास सभी प्रकार की योग्यता होते हुए भी हम अपने काबिलियत को साबित कर नहीं पाते ,इसका कारण यही है की हमें सही मार्गदर्शन नहीं मिल नहीं पाता ,और शायद इसका जुम्मेदार हम ही है ,क्यों ,क्युकी हम अपने ही काबिलियत को पहचाने में ,और अनदेखे अनसुने रास्ते में अपने ही घमंड में चूर हो जाते है दोस्तों इसलिए दोस्तों सही रास्ते में चलने की कोशिश करे ,और अपने सफलता की ओर अग्रसर रहे ………….|