आज हसंते हैं जो तुम पे, कल मिलने को तरसेगे, आज हसंते हैं जो तुम पे,कल मिलने को तरसेगे,कांटे बने हैं जो आज आपके रास्ते में,कल फूल बनके बरसेगे