डायरी मे शायरी
जो ना लिख सका था डायरी में
सब लिख डाला शायरी में
ना वो जीते ना मैं हारा,
खेल ख़त्म हुआ बराबरी में।।
जो ना लिख सका था डायरी में
सब लिख डाला शायरी में
ना वो जीते ना मैं हारा,
खेल ख़त्म हुआ बराबरी में।।
जो लोग दूसरो को अपनी दुआओं में शामिल करते हैं…खुशियाँ सब से पहले उन्हीं के दरवाज़े पे दस्तक देती हैं…!! …
पहले तो मैं झिझका, फिर मैनें ढांढस बंधाया, धीरे धीरे कदम बढ़ाया, हिम्मत तो नहीं हो रही थी, आखिर दिल …
सारी उम्र व्यर्थ गवाँई,बुढ़ापे में महसूस हुई तन्हाई।जिससे दिल लगा था, छेड़ दिया जाकरचप्पल खाई तो अकल आई। Ravindar Sudan
क़ानून पर क़ानून बनाये जा रहे हैं,जनता पर सितम ढाये जा रहे हैं,जनता जिन्हें चुनती अपने भले के लिएवे पैसे …
Shayari Panda presenting Rahat Indori Shayari in Different Categories Like स्टेटस of Rahat Indori शायरी, दर्द भरी Rahat Indori शायरी, …