चेहरे पर सुकून तो बस

चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का है,
वरना बेचैन तो हर शख्स ज़माने भर का है।

दोस्तों हम सभी को पता है हम लोग सिर्फ दिल बहलाने के लिए एक दुसरे से बात हर लेते जिन्दगी की उलझनो को एक पल के लिए भूल जाने को एक दुसरे से हसी मजाक का बहाना खोजते रहते है ,नहीं तो कहा किसी के वक्त है इस दौड़ती भागती जिन्दगी में है ना दोस्तों..

जब हम दुसरे इसान को देखते है तो यही लगता है यार इसकी जिन्दगी बहुत अच्छी होगी मगर ऐसा नहीं है यारो ,हो सकता है उनको आपसे जादा परिशानी हो ,बस अपनी बेचनी छुपाते है वरना इस दुनिया में सभी परेसान है, सबकी परेशानी अलग अलग है ,पर सुकून से कोई नहीं नहीं hai