सुप्रभात

*”मुस्कुराना”* सीखना पड़ता है…!
*”रोना”* तो पैदा होते ही आ जाता हैं…!

कुछ लम्हों की ज़िन्दगी है, ज़ी लो इसे खुशनसीबों के जैसा,
महकते रहो सदा फूलों के जैसा, अगर बिखरो तो बिखरो खुशबू के जैसा।
शुभ प्रभात..

*सुबह का प्रणाम सिर्फ रिवाज़ ही नही बल्कि आपकी फिक्र का एहसास भी है…*
*रिश्ते जिन्दा रहें और यादें भी बनी रहे…*””सदा मुस्कुराते रहिये””*

गुज़र गई रात खिल गया है नया सवेरा,
हवाओं में फ़ैल रहा फूलों की खुशबुओं का बसेरा,
गगन में चमक रहा सूरज का चेहरा,
हो मुबारक़ तुम्हे यह महकता सवेरा।
गुड मॉर्निंग..

दुखों की सारी बातें आपकी पुरानी हो जायें,
दे जाये इतनी खुशियां यह नया दिन,
कि ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाये।

हर दिन कुछ केहता है,
हर दिन कुछ बताता है,
इस नये दिन में आपको वो सब मिले,
जो हर कोई नहीं पाता है।  

~ चर्चित शायरीयाँ ~

नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आप सभी हार्दिक स्वगत है ,दोस्तों आप सभी तो पता है