कुछ नशा तिरंगे की आन है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है..|
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है एक है जान हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है..|
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास..|
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई,
दिल हमारा एक है एक है हमारी जान,
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान..|
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे,
जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे,
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे..|
ये नफरत बुरी है ना पालो इसे,
दिलों में नफरत है निकालो इसे,ना तेरा,
ना मेरा, ना इसका, ना उसका,
ये सब का वतन है बचालो इसे..|
इंडियन होने पर करीए गर्व,
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व,
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ,
हर घर पर तिरंगा लहराओ..|
संस्कार, संस्कृति और शान मिले,
ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले,
रहे हम सब ऐसे मिल-झुल कर,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले..|
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत..|
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायें,
भारत के भारतवासी को, उसके सब अधिकार दिलायें,
आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें..|
नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में , आप सभी का हार्दिक स्वागत है ,साथ ही आप सभी को 73गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाये,दोस्तों हम पर्व तो कई मानते है ,लेकिन धर्म और अपने संस्कृति के हिसाब सब अलग अलग और अलग अलग दिनों में मानते है ,क्युकी हमारा देश हिंदुस्तान में कई धर्म और संस्क्रति है,और इसमें हमें गर्व है दोस्तों ,लेकिन हमारे देश में कुछ ऐसे पर्व भी मनाये भी मनाये जाते है ,जो हर हिन्दुस्तानियों के दिल में बसता है ,इस पर्व के सामने कोई धर्म कोई जात पात आड़े नहीं आता हर भारतीय ,बड़े प्यार से मनाते है ..,
वो १५ अगस्त और २६ जनवरी ,१५ अगस्त १९४७ को हमारा देश कई सालो के बाद ,कड़ी मेहनत और हजारो देश भक्त के शहीद होने के बाद हमें अंग्रेजो से आजादी मिली थी ,इसी लिए हम १५ अगस्त मानते है ,क्युकी इस दिन हम हमारे हजारो देश भक्तो को नमन करते है ,उस दिन हर भारतीय का आँख नम होता है ,हम उस दिन पुष्प हर समर्पित करते है ,दिल से याद करते है ,१५ अगस्त हमारे लिए ख़ुशी और दुःख दोनों का पर्व होता है ,ख़ुशी इस बात की ,की आज के दिन हम आज़ाद हुए थे गुलामी से ,और दुःख इस बात की इसी आज़ादी के लिए हमारे हजारो देश भक्त ,किसी चीज के परवा किये बिना ,देश के लिए सूली पर चढ़ गए ,उसी के कारण आज खुली साँस ले पा रहे है ..,और २६ जनवरी हम इसलिए मनाते है ,26jan 1950 को हमारे देश का शाविधान लिखा गया था दोस्तों …|