जिन्दगी से परेशान

चंद ख्वाहिशों ने बर्बाद कर रखी है जिंदगी मेरी,
सहूलतें तो मिलती हैं मगर सुकून नहीं मिलता।

माना कि मुझ पर तेरे अहसान बहुत हैं
मगर ए जिन्दगी तुझसे हम परेशान बहुत हैं,
कोई नहीं मिलता है जो बाँट ले दर्द मेरा
मतलब से मिलने वाले इन्सान बहुत हैं।

किस्सा सबकी जिन्दगी का बस इतना सा है कि,
जिंदगी बनाने के चक्कर में जीना भूल गए हैं।

लिख सको तो लिख लो मेहनत से मुकद्दर अपना,
खाली पन्नों से भरी किताब है जिंदगी।

कभी मचलता था ये दिल और अब बहुत सुधर गया है,
जब से जिन्दगी से बुरा वक़्त गुजर गया है।

खामोश जिंदगी के कुछ ऐसे हालात हैं,
इंसानियत मर गयी और
इंसान जिंदा लाश हैं।

जिन्दगी से उलझने की अब औकात नहीं हमारी,
इसलिए अब हम अपने अल्फाजों से उलझते हैं।

दो वक़्त की रोटी ढूँढने निकला था घर से दूर,
आज सुकून की तलाश में जिन्दगी गुजर रही है।

एक ही बार में क्यों नहीं ख़त्म करती ये किस्सा ए जिन्दगी,
किश्तों में मिलता दर्द अब संभाला नहीं जाता।

तेरी यादों का दौर आज भी मुसलसल जारी है,
जिन्दगी गुजर रही है बस मौत की तैयारी है।

मंजिले उन्हीं को मिलती हैं
जिनकी रगों में जूनून होता है,
मुसीबतों से भरी जिन्दगी का
बस यही उसूल होता है।

सुन सको तो सुनो जिन्दगी की सुरमयी सरगम को,
वरना जिन्दगी में रोने के बहाने बहुत हैं।

अगर मेरी जिन्दगी तेरे साए में गुजर जाए,
तो जिन्दगी ही क्या मेरी तो मौत भी संवर जाए.|

कहाँ पूरी होती हैं यहाँ मुँह मांगी मुरादें कभी,
कुछ और नहीं बस भरोसे का नाम है जिन्दगी।

खुशियाँ कहाँ नसीब होती हैं सबको यहाँ
जिन्दगी तो बस एक मुफलिसी का दौर है साहब।

नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आपका हार्दिक स्वागत है ,दोस्तों उम्मीद है आप सब लोगो को हमारी शायरी पांडा की शायरी पसंद आ रही होंगी ,दोस्तों चाहे वो जो भी इंसान हो ,गरीब हो आमिर हो हर कोई अपने जिन्दगी की उलझनों से परेशान ही रहता है ,किसी को दो वक्क्त की रोटी की परेशानी किसी को पैसो की परेशानी ,तो किसी को परिवार रिस्तो दारो की परेशानी ,परेशानी बहुत सी होती है मैंने कुछ ही शब्द लिखे है ,खुश दिखने वाला इंसान भी ,परेशानी की उस गहराई में डूबा रहता है जिसे समझना लगभग न के बराबर होता है दोस्तों ,,,,,

ये जिन्दगी एक रोड की तरह होती है ,क्युकी रोड कभी सीधा नहीं होता ,कही खट्टा कभी कही मोड़ तो कही कड़ी चढ़ाई ,वैसे ही जिन्दगी है दोस्तों ,किसी की जिन्दगी में रंग बिरंगी फूल खिलते रहते है वही ,किसी का जिन्दगी काँटों से भरा रहता है ,क्युकी हर हर इंसान भावनाओ से जीता है ,जो इंसान जीता है ,वो रास्ता जिन्दगी का सबसे कठोर रास्ता होता है ,सब कुछ होते हुये भी इंसान दर्द भरे काँटों में चलता है क्युकी दुःख दर्द तकलीफ कभी आपका पीछा नहीं छोड़ता दोस्तों आज की शायरी आज उसी पर है अच्छा लगे तो तो जरुर बताना …..|