कडवी पर सच

बुराइयां ढूंढने का शौक है
तो शुरआत खुद से ही
कीजिये दुसरो से नहीं

दोस्तों हम हर हमेशा दुसरे के उपर बुराइयाँ खोजते है हम अपने आप को भूल जाते है की हम क्या है अगर हम दुसरे इंसान को बुरे नजर से देखेंगे तो हमेशा ये दुनियां हमेशा गलत हही दिखेगा क्युकी हम भी इसी दुनियां के रहने वाले है इसलिए दोस्तों दुसरे के उपर गलत नजर से देखने से पहले हमें अपने आप को पहले देखना चाहिए की हम क्या है तब पता चाहेगा की सही है या गलत