ख़ामोशी पर हिंदी शायरी

जज्बात कहते हैं, ख़ामोशी से बसर हो जाएँ,
दर्द की जिद हैं, की दुनियां को खबर हो जाएँ |

” उसने कुछ काहा 🤐 भी नहीं और मेरी बात 🤡 हो गई,
बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात 🤝🏼 हो गई “.

” दर्द 😞 हद से ज्यादा हो तो आवाज छीन लेती है,
ऐ दोस्त, कोई खामोशी बेवजह नहीं होती है “.

” वक्त ⏰ तुम्हारे ख़िलाफ़ हो तो खामोश हो जाना,
कोई छीन नहीं सकता जो तेरे नसीब 🤞में है पाना “।

” जब कोई बाहर से खामोश 🤐 होता है,
तो उसके अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं “.

” चलो 🚶अब जाने भी दो यार क्या करोगे दास्तान सुनकर,
खामोशी तुम समझोगे नहीं और बयां हमसे होगा नहीं “।

साँसों को छलनी, जिगर को पार करती है,
ख़ामोशी भी बड़े सलीके से वार करती है…!!!

जब इंसान अंदर से टूट जाता हैं,
तो अक्सर बाहर से खामोश हो जाता हैं.

तेरी खामोशी जला देती है इस दिल की तमन्नाओ को,
बाकी सारी बातें अच्छी हैं तेरी तश्वीर में।

चलो अब जाने भी दो,
क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं,
और बयाँ हम से होगा नहीं.

अजीब है मेरा अकेलापन
ना खुश हूँ, ना उदास हूँ
बस अकेला हूँ और खामोश हूँ..!!

~ चर्चित शायरियाँ ~

दोस्तों जिन्दगी एक ऐसा भवर है जिसमे हर इंसान कहीं ना कहीं फंसा रहता है ,कोई अपने दिल की जस्बात खुल के सबको को बताता है तो कोई अपने दिल की गहराई में छुपाता है ,और कोई खामोश हो कर अपने आप से लड़ता है ,अपने आप से जंग करता है.

किसी भी इंसान को खामोश रहने का कोई शौक नहीं होता है दोस्तों ,किसी को कोई परेशानी होती है या जिन्दगी की उलझनों में वो इंसान फंसा रहता है जिसे वो सबके सामने बया नहीं करना चाहता इसलिए वो खोमोशी उसकी जिन्दगी में आ जाती है ,और कहानी के पीछे कुछ ना कुछ कहानी होती है.

जब कोई इंसान खामोश होता है तो वो पाने आप से ही जंग करते रहता है ,अपने आप से बाते करता रहता है सोचता रहता है अगर ख़ामोशी की सोच  सकारात्मक हो तो वो जिन्दगी में सफलता की उस उचाई तक पहुच जाता है जहाँ कामयाबी उनकी कदम चूमती है लेकिन वही ख़ामोशी के अन्दर नकारात्मक विचार चल रहे हो तो उनके जिन्दगी को बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता ,अच्छी सोच और अच्छे विचार ही हमारे जिन्दगी के सफलता के राज होते है, इसलिए दोस्तों कोशिश करे की अपने ख़ामोशी को अपना ताकत बनायें.

दोस्तों जब कभी किसी वजह से हमारा दिल टूट जाता है दुनियां से भरोशा उठ जाती है तो हम अपने आप को बहुत कमजोर और अकेला महसूस करते है ,जब हमें कोई रास्ता दिखाई नहीं देता तो उसी रास्ते की तलाश में ख़ामोशी की गहरे समन्दर में खो जाते है जिनकी ख़ामोशी में सत्गुंड होते है वो हीरा लेके लौटेते है और जिंनकी सोच गलत होती है वो वही डूब जाते है इसलिए ख़ामोशी को अपना हमेशा ताकत बनाओ ना की अपने कमजोरी ,वैसे तो ख़ामोशी के कई कारण होते है ,सबकी अलग अलग बाते होती है ,कह नहीं सकते …|