सनम

दर्द को दर्द अब होने लगा है,
दर्द अपने गम पे खुद रोने लगा है,
अब हमें दर्द से दर्द नही लगेगा,
क्योंकि दर्द हमको छू कर खुद सोने लगा है.

प्यार में मौत से डरता कोन है,
प्यार हो जाता है करता कोन है,
आप जैसे यार पर हम तो क्या सारी दुनियां फिदा है,
लेकिन हमारी तरह आप पर मरता कौन है|

उदास नज़रो में ख़्वाब मिलेंगे,
कभी काटे तो कभी गुलाब मिलेंगे,
मेरे दिल की किताब को मेरी नज़रो से पढ़ कर तो देखो,
कही आपकी यादे तो कही आप मिलेंगे.|

मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में,
बस किनारे पर बैठा पत्थर फेंकता रहा.

दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है,
रह रह कर इसमें चुभता कौन है,
एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना,
देखते है इस बार पहले टूटता कौन है.

सांसो का पिंजरा किसी दिन टूट जायेगा,
ये मुसाफिर किसी राह में छूट जायेगा,
अभी जिन्दा हु तो बात कर लिया करो,
क्याब पता कब हम से खुदा रूठ जायेगा.

तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी है यारा,
तुम मिल जाओ तो ज़िंदगी पूरी है यारा,
तेरे साथ ज़िंदगी की सारी खुशिया,
दुसरो के साथ हसना तो मज़बूरी है यारा.

हर पल यही सोचता रहा,
के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में,
उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,
के आज तक नहीं संभल पाए.

दिल के समुन्दर में एक गहराई है,
उसी गहराई से तुम्हारी याद आई है,
जिस दिन हम भूल जाये आपको,
समझ लेना हमारी मौत आई है.

यारो जो कभी हमारी आंखों में
एक आंसू भी नही देखा करता था,
अफसोस आज वही हमारी
बहते आंसुओं की बजह है.

मोहब्बत प्यार इक्श कितना प्यारा शब्द है ना ,सुनने से पड़ने से ही दिल में मोहब्बत के फुल बरसने लगते है ऐसा लगता ह,जैसे इस प्यार भरे शब्द में कभी कोई दुःख दर्द नहीं होगा ,लेकिन …………..?काश की प्यार करने वाले के जिन्दगी में कभी दर्द तकलीफ नहीं आता ,लेकिन ऐसा होता नहीं ,जो इंसान जिस को जितना टूट के चाहता है ,उसके बदले उसे सिर्फ और सिर्फ दर्द ही मिलता है है ,किस्मत वाले होते है वो जिसको अपना प्यार ,हमेशा के लिए मिल जाता है ,लेकिन कभी उनसे पूछो ,जिसको टूट के चाह वही ने उदामन छोड़ दिया हो ..|

मोहब्बत में जब कोई हमसे दगाबाजी करता है तो,रोने के लिए आंसु नहीं बचते ,और जिन्दगी जीने के लिए कोई रास्ता ,बस जिन्दगी कटती रहती है ,जैसे प्यासा पंछी घने जंगल में पानी के लिए तडपता है वैसे एक आशिक हो जाता है,मोहब्बत जितना प्यारा है उससे कही जादा खतरनाक भी है दोस्तों ,कहते है ना उपर मीठा है और अंदर कडुवा ,जिसे हम, खा तो लेते है मगर थूक नहीं पा ते क्युकी हमें मिठास से प्यार होता है ,किस्मत वाले होते है कुछ लोग जिसे ,पूरा फल मीठा का मीठा मिलता है दोस्तों ,लेकिन हर किसी का नहीं होता …..|