महबूब का इन्तजार

तड़प के देखो कीसी की चाहत में,
तो पता चलेगा,इन्तजार क्या होता है,
यूंही मिल जाये बिना कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा,की प्यार क्या होता है.

दोस्तों प्यार मोहब्बत में दर्द में अपना ही एक मजा है पर उसके साथ साथ जो मिलने वाली तड़प है वो कही ज्यादा है दोस्तों जब कभी को किसी से सच्चा वाला प्यार हो जाता है और वो किसी काम से कही चला जाता है उससे मिल नहीं पता तो उस समय का दर्द पीड़ा तडप एक आशिक ही समझ सकते और दूसरा कोई नहीं दोस्तों क्युकी उस समय अपने प्यार के शिवा कुछ नहीं दीखता .

हं एक बात और है जिस लोगो ने कभी किसी से प्यार नहीं किया होगा वो तो यही कहेगे की ये सब जवानी की थाकोसले है लेकिन जो भी हो इंसान अपने प्यार के बिना उस समय एक पल का कभी जीना कई बार मरने के बराबर लगता है दोस्तों ,आप लोग भी कभी किसी से प्यार करो तो पता चले की मोहब्बत में इन्तजार जुदाई बेरुखी में कितना दिल जलता है धन्यवाद दोस्तों …