कुदरत ने क्या खूब रंग दिखाया है,
इंसानों को प्रकृति दोहन का सबक सिखाया है,
घर में कैद होने के बाद समझ आया है,
प्रकृति को हमने कितना रुलाया है।
दोस्तों हम सब अपनी दो पल की ख़ुशी के लिये अपनी जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे है हम अपने ख़ुशी के पुरे मानव जाती को उस बर्बादी के ओर लेजा रहे है जो पूरी मानव सभायत को अंत तक ले रहे रहे है जो पूरी जिव सभ्यता को ख़त्म कर देगी प्रक्रति हमारी हमारे मानव जीवन तथा पुरे जिव जगत के लिये आधार है हम उसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है ,हमारे इस दोहन के वजय से पुरे वातावरण को दुश प्रभाव पड़ रहा है और हम अनजान बैठे है दोस्तों ..
जिसका हमें दुस्प्रभाव देखने को मिल रहा है कई तरह के बीमारियाँ भूकम बाड इन सबका हम सामना कर रहे है जो हमारे लिये बहुत ही दुर्भाग्य की बात है और हमें इन सब बातो को बहुत जल्द समझना होगा नहीं तो एक दिन बहुत जल्द मानव जीवन का नामो निसान नहीं रहेगा हमारे साथ साथ पुरे जिव जाती को इन सबका प्रभाव देखने को मिलेगा दोस्तों ….