सादगी इतनी भी नहीं अब बाकी मुझमें,
की तू वक्त गुजारे और मै मोहब्बत समझूं
दोस्तों जब हम किसी पर जरूरत से जादा भरोशा और जान से बड कर किसी से प्यार करते है ,ना दोस्तों वही आपके साथ नाटक करे आपके दिल के साथ कोई खेले तो दिल टूट जाता है ,भरोशा ख़त्म हो जाता है ,ये अक्सर होता है प्यार में दोस्तों ..
किसी से हम दिलोजान से प्यार करते है और वही आपके प्यार का नाजायज फ़ायदा उठाये तो मन उदास हो जाता है प्यार करते हुये भी हम आपने प्यार दिखा नहीं पाते है और प्यार धीरे धीरे मोहब्बत ख़त्म हो जाता है , ऐसे ही प्यार है करके नाटक करते है ..