तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती हैं,
तेरी यादें बहुत बेक़रार करती है,
वह दिन जो तेरे साथ गुजारे थे,
नजरे तलाश उनको बार बार करती है….|
हो जुदाई का सबब कुछ भी मगर,
हम उसे अपनी खता कहते हैं,
वो तो साँसों में बसी है मेरे,
जाने क्यों लोग मुझसे जुदा कहते हैं…..|
जिन्दगी आप बिन ऊलझन सी लगती है..
एक पल की जुदाई मुदत सी लगती है..
पहले तो ऐहसास था पर अब यकीन है..
हर लम्हा आपकी जरूरत सी लगती है..
किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले,
किसी को मोहब्बत में जुदाई न मिले,
और जो पोस्ट को लाइक ना करे,
उसे कड़कड़ाती ठंड में रजाई ना मिले….|
जिंदगी मोहताज नहीं मंज़िलों की
वक्त हर मंजिल दिखा देता है;
मरता नहीं कोई किसी की जुदाई
में वक्त सबको जीना सिखा देता है….|
लम्हे जुदाई को बेकरार करते हैं,
हालत मेरी मुझे लाचार करती हैं,
आँखे मेरी पढ़ लो कभी,
हम खुद कैसे कहे की आपसे प्यार करते हैं…|
हो जुदाई का शब़ब कुछ भी..!
उसे हम अपनी “ख़ता” कहते हैं..!!
वो तो ढली है “साहिल” के सांसो मे..!
जाने क्यु लोग उसे मुझसे ज़ुदा कहते हैं..!!
~ चर्चित शायरीयाँ ~
दोस्तों जुदाई शब्द सुनते ही हमारे जहन में दर्द भरे तस्वीरे उभरने लगते है ,जुदाई भी कई तरह के होते प्यार मोहब्बत में ,दोस्त यार में अपने परिवार में या पति पत्नी में ,किसी भी रिश्ते में जुदाई का आये तो दर्द होता ही है ,और बेमतलब तो कोई एक दुसरे से जुदा नहीं होते हर जुदाई के पीछे कोई ना कोई ना कारण जरुर होता है ,प्यार हो परिवार हो या रिश्तेदार हो मोहब्बत जब तक हम साथ है हमारे रिश्ते सही है
तब तक बहुत मीठा है लेकिन किसी कारण से रिस्तो में खटास आ जाती है तो हमें ना चाहते हुये भी एक दुसरे से अलग होना पड़ता है ,या कोई आशिक किसी कारण से कही चला जाता है तो जुदाई की तड़प हर कोई इंसान बर्दाश नहीं कर सकता ,इंसान तो इंसान जानवर भी अपने साथी का जुदाई नहीं सह सकते एक पंछी है जिसका का नाम सारस है जो अपने साथी के जुदाई में अपना जान दे देती है ,जब कोई दोस्त प्यार हम से कुछ पल के लिए बहार चला जाता है या हमसे जुदा हो जाते है ,तो हम दिन और रात उसके आने के इन्तजार में निगाहे लगाये रहते है ,जुदाई शब्द में जितना दर्द है शायद उतनी ख़ुशी ही जब बड़े दिनों के बाद हम अपने बिछड़े हुये प्यार से मिलते है तो उस
मिलन की ख़ुशी भी इतनी होती है की हम अपने जुदाई के सारे गम भूल जाते है ,जुदा होना किसी से कोई नहीं चाहता कोई किस्मत की खेल होती है तो कोई खुद की गलती से ,कोई गरीब भी अपने परिवार की पेट भरने के लिए कुछ दिनों के लिये जुदा हो जाते है लेकिन जब मिलते है तो खुशियों का त्योहार बन जाता और जब जुदा होते है गमो का समन्दर कहने का मतलब ये है की जो होता है अच्छे के लिए ही होता ..|