ये वक़्त

वक्त की धुंध में छुप जाते हैं ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।।

जनाब मालूम नहीं था की ऐसा भी एक वक़्त आएगा,
इन बेवक़्त मौसमों की तरह तू भी क्षणभर में यु बदल जायेगा।

ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ,
वक्त नही लगता वक्त बदलने में

हर वक्त मेरा वहम नहीं जाता,
एक बार और कह दो की तुम मेरे हो।।

ज़िन्दगी की जरूरतें समझिए वक्त कम है फरमाइश लम्बी हैं,
झूठ-सच, जीत-हार की बातें छोड़िये दास्तान बहुत लम्बी है।।

वक्त बदलते देर नहीं लगती,
ये सब कुछ भुला भी देता है सिखा भी देता है।।

खूब करता है, वो मेरे ज़ख्म का इलाज,
कुरेद कर देख लेता है और कहता है वक्त लगेगा।।

मैं तो वक्त से हार कर सर झुकाएँ खड़ा था,
सामने खड़े कुछ लोग ख़ुद को बादशाह समझने लगे।।

प्यार अगर सच्चा हो तो कभी नहीं बदलता,
ना वक्त के साथ ना हालात के साथ।।

कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज है,
कभी किसी का इंतजार तो करके देखो।।

लोगों पर भरोसा करते वक्त ज़रा सावधान रहिये,
क्युकि फिटकरी और मिश्री एक जैसे ही नजर आते है।।

तो क्या हुआ गर महंगे खिलौने के लिए जेब में पैसे नहीं,
मैं वक्त देता हूँ मेरे बच्चों को जो अमीरों को मयस्सर नहीं।।

फुर्सत निकालकर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में।।

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं

वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं।।

धीरज का दामन पकड़े पढ़ लेंगे खामोशियों को,
अभी उलझनों में उलझे हैं वक्त लगेगा गिर कर संभलने में।।

वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,
इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।

वक़्त बहुत कुछ, छीन लेता है,
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी।

जब हम रिश्तों के लिए वक़्त नहीं निकाल पाते
तब वक़्त हमारे बीच से रिश्ते को निकाल देता है|

शाम का वक्त हो और ‘शराब’ ना हो,
इंसान का वक्त इतना भी ‘खराब’ ना हो।।

ज़मीन पर मेरा नाम वो लिखते और मिटाते हैं,
वक्त उनका तो गुजर जाता है, मिट्टी में हम मिल जाते हैं।

नमस्कार दोस्तों ,कैसे है आप सब उम्मीद है आप अच्छे होंगे ,सही वक्क्त के साथ चल रहे है होंगे ,जी हं वक्क्त भले ही इसका नाम छोटा है लेकिन ,वक्क्त बहुत बड़ा है ,अगर वक्त सही हो तो रंग से राजा बनने में देर नहीं लगती ,अगर वक्क्त ख़राब चल रहा हो ,तो राजा को फ़क़ीर बनने में देर नहीं लगती दोस्तों ,ये वक्क्त बहुत ही कीमती है ,हर एक मिनट का अपना एक मायने है ,आइसे ही अपने वक्क्त को गवाने मत देना ,हम सोचते है कोई काम तो आज कल आजकल करते करते वो वक्क्त निकल जाता है ,और हम देखते रह जाते है कुछ कर नहीं पाते इसलिए समय का सही उपयोग करे ,एक बार वक्क्त निकल जाता है न तो दुबारा लौट के नहीं आता इसलिए वक्क्त के साथ चलो ,,

जो इंसान अपने समय का सही उपयोग करता है ,वही इंसान कामयाबी की शिखर पर चड़ता है ,और जो इंसान अपने कीमती गवां देता है वो जिन्दगी भर पछताता रहता है ,की मेरे पास भी वो आया था ,मई भी कुछ कर सकता था ,क्यों की गुजरा हुआ वक्त दुबारा लौट के नहीं आता इसलिए ,समय रहते ही समय का सम्मान करे ,नहीं तो यही समय कुछ समय बाद आपको भुला देगा ,इसलिए समय के साथ कदम से कदम मिलकर चले ,क्यों की आज जिन्दगी बहुत तेज हो गयी है ,समय के साथ अगर आप नहीं चलोगे तो ,बहुतु पीछे रह जाओगे ,जहा आप किसी को नजर भी नहीं आओगे ,क्युकी जो इंसान कुछ करता है कुछ बनता है ,उसी इंसान को दुनिया पहचानता है …………..|