सॉरी शायरी

नमस्कार दोस्तों शायरी पांडा में आपका हार्दिक स्वागत है ,दोस्तों जिन्दगी में कभी न कभी हमसे न चाहते हुए भी हमसे गलती हो जाती है ,वो कोई भी हो सकता है ,उस समय हमें बड़े नरमी से ,माफी मांग लेना चाहिये ,न की उनसे बदजुबानी ,क्युकी ऐसा करने से छोटी बात भी बड़ी हो जाती है और ,जहा कुछ नहीं होना चाहिए ,वह बहुत बड़ा झगडा का रूप ले लेती है ,इसलिए दोस्तों ,गलती करके सर झुकाने से गर्दन कट नहीं जाता ,ये नम्रता की निशानी है ,दोस्तों इसलिए आपसी प्रेम बना कर रखना चाहिए दोस्तों,गलतिय रजा से हो जाती है ,,

लेकिन जब राजा अपने धन की घमंड में नहीं जुकता वैसे राजा का राजपाट चला जाता है ,जुकने का मतलब मै ये नहीं कहता की बिना गलती के जुक जाओ नहीं जाब आपकी कोई गलती हो न होतो बातो का जवाब देना ही सही है दोस्तों ,लेकिन कभी कभी जब आपके सॉरी बोलने से मामला शांत होता है तो सॉरी बोल देना चाहिए क्युकी बातो को बड़ा बनाने से फसाद भी बड़ा हो जाता है ,और ये बड़ा रूप लेके हमें ही परेशानी उठानी पड़ती है दोस्तों ,दोस्तों शयरिपंडा आप लोगो अच्छे अच्छे शायरी देने की भरसक प्रयास करती है ……..|